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जंगल बोला / अवतार एनगिल

No change in size, 10:47, 24 अप्रैल 2010
जब तुम अपना फाटक खोल
मेरी सीमा से आते हो
उधम ऊधम मचाते हो
तब तुम्हारी लक्ष्मण रेखा कहाँ जाती है