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कठिन है{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=लाल्टू|संग्रह= एक झील थी बर्फ़ की / लाल्टू}}<br /poem>कठिन हैस्पर्श की कल्पना<br />सहज है<br />काल्पनिक स्पर्श को सच में बदलना<br /><br />तुम्हारी बढ़ती उंगलियों उँगलियों को चूमती<br />किसी की त्वचा में<br />एक पौधा जन्म ले रहा है<br />जिसे धूप और बारिश के अलावा<br />तुम्हारी जरूरत है<br /><br />देखो <br />पौधे की पत्तियों को<br />सूंघो उनकी ताजगी को<br />जानो स्पर्श.<br /><br />स्पर्श।
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