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ठाकुर जी / महादेवी वर्मा

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'''ठाकुर जी'''
== '''ठाकुर जी''' ठंडे पानी से नहलातीनहलातीं, ठंडा चंदन इन्हें लगातीलगातीं, इनका भोग हमें दे जातीजातीं
फिर भी कभी नहीं बोले हैं।
 
माँ के ठाकुर जी भोले हैं।
 -प्रथम आयाम== == 
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