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विश्व में करतार ने,
आकृष्ठ आकृष्ट था सब को किया
तेरे, मधुर व्यवहार ने।
गान सुनते थे भले,
रब रव है उलूकों का वहाँ
क्या भाग्य है हैं अपने जले।