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इन सपनों के पंख न काटो / महादेवी वर्मा
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15:51, 3 मार्च 2007
इन सपनों के पंख न काटो
इन सपनों की गति मत बाँधो
?
!
इसका आरोहण मत रोको
इसका अवरोहण मत
बाँधो।
बाँधो!
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Shishirmit