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Kavita Kosh से
|रचनाकार=लाल्टू
|संग्रह=
}}{{KKCatKavita}}<poem>१'''1.'''
फिर मिले
फिर किया वादा
फिर मिलेंगे।
बहुत दूर
इतनी दूर से नहीं कह सकते
वह दूरी
सही सही जिसमें कही जाएँगी बातें
</poem>