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Kavita Kosh से
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[[ऐ दिल नहीं ये मंज़िल रुकना यहां नहीं है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[न हसरत हो कोई न सपना ऐ दुनिया / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[है हक़ीक़त दूर जब तो बस गुमां है ज़िन्दगी / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[ये बादल अँधेरे बढ़ाएँगे लेकिन / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[अगर आप होते भुलाने के क़ाबिल / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[हज़ार टुकड़े हों मगर चलो किसी तरह से भी / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']]