भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

हानी / मुकेश मानस

20 bytes removed, 10:46, 6 जून 2010
{{KKCatKavita}}
<poem>
'''हानी'''
 
भीतर खत्म हुआ जब पानी
घर से बाहर आया हानी
681
edits