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ए लड़की / विष्णु नागर

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<poem>
लड़की मुंह मत धो बार-बार
ज्‍यादा गोरी हो गई तो तेरे पे लड़के मरेंगे पूरे शहर के
किस-किस को रिजैक्‍ट करेगी तू
और तूने खुद ही पसंद करना और रिजैक्‍ट करना शुरू कर दिया
तो तेरे डैडी-मम्‍मी बेचारे क्‍या करेंगे
इससे उन्‍हें जो सदमा लगेगा
उसकी जिम्‍मेदारी क्‍या तू लेगी?

इसलिए ए लड़की
मत धो
मत धो
मत धो
बार-बार
मुंह
मत धो

एक ही बार काफी है
मेरी बच्‍ची!
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