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Kavita Kosh से
* [[क्या है और क्या पास नहीं है / सर्वत एम जमाल]]
* [[मैं भी इस दौर के बशर सा हूँ / सर्वत एम जमाल]]
* [[पैदा जब अपनी फ़ौज में गद्दार हो गए रोशनी सब को दिखलाइये / सर्वत एम जमाल]]