भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
{{KKCatKavita}}
<poem>
'''यह नज़्म एक सूखाग्रस्त, भूखे, मरियल बच्चे ने कवि से लिखवाई है'''
 
'''1.'''
 
यह बच्चा कैसा बच्चा है
यह बच्चा सूखा-सूखा-सा
यह बच्चा किसका बच्चा है
यह बच्चा कैसा बच्चा है
जो रेत पर तन्हा बैठा है
ना उसके इसके पेट में रोटी हैना उसके इसके तन पर कपड़ा हैना उसके इसके सर पर टोपी हैना उसके इसके पैर में जूता हैना उसके इसके पास खिलौना हैमें
कोई भालू है कोई घोड़ा है
ना उसका इसका जी बहलाने को
कोई लोरी है कोई झूला है
ना उसकी इसकी जेब में धेला हैना उसके इसके हाथ में पैसा हैना उसके इसके अम्मी-अब्बू हैंना उसकी इसकी आपा-खाला है 
यह सारे जग में तन्हा है
यह बच्चा कैसा बच्चा है
 
'''2.'''
यह सहरा कैसा सहरा है
ना इस सहरा में बादल हैना इस सहरा में बरखा हैना इस सहरा में बोली बाली हैना इस सहरा में खोशा <ref>अनाज का गुच्छा या अनाज की बाली</ref> हैना इस सहरा में सब्ज़ा हैना इस सहरा में साया है
यह सहरा भूख का सहरा है
यह सहरा मौत का साया सहरा है '''3.'''
यह बच्चा कैसे बैठा है
यह दुनिया कैसी दुनिया है
यह दुनिया किसकी दुनिया है
 
'''4.'''
इस दुनिया के कुछ टुकड़ों में
कहीं बादल घिर-घिर आते हैं
कहीं चश्मा है कहीं दरिया है
कहीं ऊँचे महल अटारियाँ अटरिया हैंकहीं महफ़िल है , कहीं मेला है
कहीं कपड़ों के बाज़ार सजे
यह रेशम है , यह दीबा <ref>बारीक रेशमी कपड़ा</ref> हैयहीं कहीं गल्ले के अम्बार लगेसब गेहूँ धन मुहैय्या धान मुहय्या हैकहीं दौलत के सन्दूक सन्दूक़ भरे
हाँ ताम्बा, सोना, रूपा है
तुम जो मांगो माँगो सो हाज़िर है
तुम जो चाहो सो मिलता है
 
इस भूख के दुख की दुनिया में
यह कैसा सुख का सपना है ?
ये वो किस धरती के टुकड़े हैं ?
यह किस दुनिया का हिस्सा है ?
 
'''5.'''
हम जिस आदम के बेटे हैं
यह उस आदम का बेटा है
यह आदम एक ही आदम है
यह वह गोरा है या काला है
यह धरती एक ही धरती है
यह दुनिया एक ही दुनिया है
सब इक दाता के बन्दे हैं
सब बन्दों का इक दाता है
कुछ पूरब-पच्छिम फ़र्क फ़र्क़ नहीं
इस धरती पर हक़ सबका है
 
'''6.'''
यह तन्हा बच्चा बेचारा
यह बच्चा जो यहाँ बैठा है
इस बच्चे की कहीं भूख मिटे
{क्या मुश्किल है , हो सकता है)
इस बच्चे को कहीं दूध मिले
(हाँ, दूध यहाँ बहुतेरा है)
इस बच्चे का कोई तन ढाँके
(क्या कपड़ों का यहाँ तोड़ा <ref>अभाव</ref> है ?)
इस बच्चे को कोई गोद में ले
(इन्सान जो अब तक ज़िन्दा है)
 फिर देखें देखिए कैसा बच्चा है
यह कितना प्यारा बच्चा है
 
'''7.'''
इस जग में सब कुछ रब का है
जो रब का है, वह सब का सबका है
सब अपने हैं कोई ग़ैर नहीं
हर चीज़ में सबका साझा है
जो बढ़ता है, जो उगता है
यह वह दाना है, या मेवा है
जो कपड़ा है, जो कम्बल है
जो चाँदी है, जो सोना है
वह सारा है इस बच्चे का है
जो तेरा है, जो मेरा है
यह बच्चा किसका बच्चा है?यह बच्चा सबका बच्चा है।है  {{KKMeaning}}
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,480
edits