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नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna }} <poem> '''कुछ नहीं''' एक विश्वास था जो मेरे पास था जिन्दगी के आ…
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}}
<poem>
'''कुछ नहीं'''
एक विश्वास था
जो मेरे पास था
जिन्दगी के आख़िरी वक्त में
उसको भी
तुमने तोड़ा।
चलो अच्छा हुआ
जो कहने के लिए
अब कुछ नहीं छोड़ा। </poem>
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}}
<poem>
'''कुछ नहीं'''
एक विश्वास था
जो मेरे पास था
जिन्दगी के आख़िरी वक्त में
उसको भी
तुमने तोड़ा।
चलो अच्छा हुआ
जो कहने के लिए
अब कुछ नहीं छोड़ा। </poem>