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नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रमेश कौशिक ।संग्रह=समीप और समीप }} <poem> बैरोमीटर अ…
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{{KKRachna
|रचनाकार=रमेश कौशिक
।संग्रह=समीप और समीप
}}
<poem>
बैरोमीटर
अच्छा !
तुम चढ़ गये हिमालय की चोटी पर
जहाँ वायु का दबाव
बिल्कुल ‘ना’ जैसा
लेकिन अपनी आँख खोल
पल भर तो देखो
पारा
‘चुप’ से
कितना
नीचे
खिसक गया है ?
</poem>
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|रचनाकार=रमेश कौशिक
।संग्रह=समीप और समीप
}}
<poem>
बैरोमीटर
अच्छा !
तुम चढ़ गये हिमालय की चोटी पर
जहाँ वायु का दबाव
बिल्कुल ‘ना’ जैसा
लेकिन अपनी आँख खोल
पल भर तो देखो
पारा
‘चुप’ से
कितना
नीचे
खिसक गया है ?
</poem>