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चौपाल

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/* रोना शब्द के लिए माफी। और एक बात पूछनी थी। */
यहाँ पर हैं?
 
भाईसाहब ! क्या आप मुक्तिबोध से पूछकर कविता कोश पर चांद का मुँह टॆढ़ा करना चाहते हैं ? भैया, कोई मेहनत करे और आप उसके फटे में टांग अड़ाएँ, यह कहाँ का असूल है ? अनिल जनविजय
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