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नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रमेश कौशिक |संग्रह=हास्य नहीं, व्यंग्य / रमेश कौ…
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{{KKRachna
|रचनाकार=रमेश कौशिक
|संग्रह=हास्य नहीं, व्यंग्य / रमेश कौशिक
}}
<poem>
ये जो आप देख रहें हैं
मरे हुए लोग हैं
कुछ देर पहले
ये डरे हुए लोग थे.
डरे हुए लोग
मर गए इसलिए
कि मरे हुए लोग
डरते नही हैं .
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=रमेश कौशिक
|संग्रह=हास्य नहीं, व्यंग्य / रमेश कौशिक
}}
<poem>
ये जो आप देख रहें हैं
मरे हुए लोग हैं
कुछ देर पहले
ये डरे हुए लोग थे.
डरे हुए लोग
मर गए इसलिए
कि मरे हुए लोग
डरते नही हैं .
</poem>