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रचनाकार: [[भावना कुँअर]][[Category: कविताएँ]][[Category: भावना कुँअर]]
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रुलाया था बहुत तुमने, जो मेरे दिल को तोड़ा था
था बंधन जो ये सांसों का, उसे तूने ही तोड़ा था।
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