भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

फ़रहत शहज़ाद

3 bytes removed, 10:37, 16 जुलाई 2010
* [[अगर बदन एक मकान है / फ़रहत शहज़ाद]]
* [[खा कर ज़ख़्म दुआ दी हमने / फ़रहत शहज़ाद]]
* [[ख़ुली खुली जो आँख तो वो था न वो ज़माना था / फ़रहत शहज़ाद]]
* [[ख़्वाबों में तेरे गर मेरी ख़्वाहिश नहीं होगी / फ़रहत शहज़ाद]]
* [[क्या ख़बर थी के मैं इस दर्जा बदल जाऊँगा / फ़रहत शहज़ाद]]