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फ़रहत शहज़ाद

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* [[एक बस तू ही नहीं मुझ से ख़फ़ा हो बैठा / फ़रहत शहज़ाद]]
* [[कोंपले फिर फूट आईं शाख़ पर कहना उसे
/ फ़रहत शहज़ाद]]
* [[क्या टूटा है अन्दर-अन्दर क्यों चेहरा कुम्हलाया है / फ़रहत शहज़ाद]]
* [[तन्हा-तन्हा मत सोचा कर / फ़रहत शहज़ाद]]