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हमारे मुँह पर
घूसा जड़ाते हुए कहा-"ऐसे
तबयत तबियत ना भारी भरी हो तो
और लगाऊँ
भर गई हो तो एम्बुलेंस मंगवाऊ"
एक बार
बविकवि -सम्मेलन समाप्त होने के बाद
एक महिला हमारे पास आई
हाथ जोड़कर मुस्कराई
फिर बोली-"अपना फ़ोटो दीजिए न
घर ले जाऊँगी"
हमने पूछा-"फ़ोटो का क्य क्या करोगी"
बोली-"बच्चो को डराऊँगी"
हमें देखते ही
चेहरा उतर गया दुल्हन की माँ का
दुल्हन ने जब घुंघट से झंकाझाँका
तो बेचारी की साँस उपर चढ़ गई
और सहेलियों के संभालते-संभालते
बालो की बहुतायत है
पकड़ में आ जाएं तो
छुड़ाए नहीं छूट्ंगेछूटेंगे
ज़बरदस्ती छूड़ाओगे तो टूटेंगे
फित रो फिर तो हार मानोगे
या पड़ोसी से उधार मांगोगे?
क्या आप नहीं जानते
लौह पुरूष वल्लभ भाई पटेल
राष्ट्र पिता महात्मा गांधी
और युग पोरुष पुरुष जवाहरलाल
इनके सर पर कहाँ थे बाल
गंजे थे
ऐसे-ऐसे काम कर गए
कि इतिहास में अपना नाम कर गए
एसीलिएइसीलिए
बाल वालों से मेरा कहना है
कि अगर उन्हे कुछ बनना है
तो सर का बोझ हटवा दें
अपनी चांद घुटवा दें।
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