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Kavita Kosh से
ॐ सब कुछ, सब कुछ, सब कुछ
ॐ कुछ नहीं, ॐ कुछ नहीं, कुछ नहीं
ॐ पत्थर पर की दूब, खरगोश के सींग
ॐ इदमान्नं, इमा आपः इदमज्यं, इदंहविःइदं हविः
ॐ यजमान, ॐ पुरोहिरपुरोहित, ॐ राजा, ॐ कविः
ॐ क्रांतिः क्रांतिः सर्वग्वं क्रांतिः
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