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ऐ मातृभूमि! तेरी जय हो / राम प्रसाद बिस्मिल
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02:07, 11 अगस्त 2010
तेरा प्रकोप सारे जग का महाप्रलय हो
तेरी प्रसन्नता ही
आनंद
आनन्द
का विषय हो
वह भक्ति दे कि 'बिस्मिल' सुख में तुझे न भूले
वह शक्ति दे कि
दुख
दुःख
में कायर न यह हृदय हो
</poem>
अनिल जनविजय
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