Changes

{{KKGlobal}}
{{KKRachna}} |रचनाकार=सर्वत एम जमाल संग्रह= }} {{KKCatGazalKKCatGhazal}} <poem>
उठती है हर इक दिल में यहाँ पीर हमेशा
लाहौर से दिल्ली की डगर साफ़ है लेकिन
आंखों में खटक जाता है कश्मीर हमेशा<poem/poem>