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यह जो शाम सिन्दूरी है / सर्वत एम जमाल
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रचनाकार=सर्वत एम जमाल
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यह जो शाम सिंदूरी है
सूरज की मजबूरी है
जितने दिन कस्तूरी है
दौलत या इज्जत ले लूँ
लेकिन कौन जरूरी है
Firstbot
बॉट
,
प्रशासक
,
सदस्य जाँच
,
प्रबंधक
,
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