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|संग्रह=सैरे-जहाँ / शहरयार
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हौसला दिल का निकल जाने दे
मुझको जल जाने दे पिघल जाने दे
आँच फूलों पे न आने दे मगर
मौसमे दिल को बदल जाने दे
छा रही है हैं जो मेरी आँखों पर
उन घटाओं को मचल जाने दे