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इस मौसम की<br />बात न पूछो<br />लोग हुए बेताल से।<br />भोर नहायी<br />हवा लौटती<br />पुरइन ओढ़े ताल से।<br />चप्पा चप्पा<br />सजा धजा है<br />संवरा निखरा है<br />
जाफरान की<br />
खुश्बू वाला<br />