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लौट आई दूर जा कर नज़र / पुरुषोत्तम 'यक़ीन'
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06:34, 21 अक्टूबर 2010
<poem>
लौट आई दूर जा कर नज़र
जो गया वो
फ़िर
फिर
न आया लौट कर
आदमी दर आदमी देखा किए
अनिल जनविजय
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