भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

साँचा:KKEkMoti

4 bytes removed, 20:26, 24 मई 2008
<font size=2><b>
दुख में सुमरिन सब करे, सुख मे करे न कोय । <br>
जो सुख मे सुमरिन करे, दुख कहे को होय ॥<br>
<br>
</b></font>
कविता कोश में [[कबीर]]
</td></tr></table>