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खुद जिन्दगी भी बाटे सवालात हो गइल
'''''परिचय हमार पूछ रहल बा घरे के लोग''''''अइसन हमार हाय रे, औकात हो गइल'''''
जमकल रहित करेज में कहिया ले ई भला
'भावुक' हो! हमरा वास्ते बाटे बहुत कठिन
भीतर जहर उतार के सुकरात हो गइल
 
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