भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अब खोजनी है आमरण / भारत भूषण

3 bytes removed, 17:10, 11 नवम्बर 2010
बस आवरण बस आवरण
रतियोजना से गत प्रहारप्रहर
हैं व्यंग्य- रत सुधि में बिखर
अस्पृश्य सा अंत:करण
किसका वरण किसका वरण </poem>
162
edits