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*[[जय तुम्हारी देख भी ली / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]* [[पत्रोत्कंठित जीवन का विष / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]* [[फिर बेले में कलियाँ आईं/ सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]* [[(अ) धिक मद, गरजे बदरवा / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]* [[(आ) समझे मनोहारि वरण जो हो सके / सूर्यकांत त्रिपाठी "निराला"]]