भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

रचाव / मदन गोपाल लढ़ा

No change in size, 16:50, 30 नवम्बर 2010
{{KKRachna
|रचनाकार=मदन गोपाल लढ़ा
|संग्रह=म्हारी पाँती पांती री चितावां चिंतावां / मदन गोपाल लढ़ा
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
{{KKCatKavita‎}}
<Poem>
 
म्हैं एक भाव
बीज रूप कूंपळ
जाणै छंद
जींवतो-जागतो काव्य।
 
 
</Poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits