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|रचनाकार=रामस्वरूप किसान |संग्रह=आ बैठ बात करां / रामस्वरूप किसान
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[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
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<Poem>
मुरगो,
काच खावै
अरै,
मुरगो काच खावै!
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