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<Poem>
जिनको इन राहों में फूल मिले वो बहार के गीत सुनाते चले ।जिनके पग में बस ख़ार चुभे, पतझर के गीत सुनाते चले ।ये जीत के गीत सुनाते चले , वो हार के गीत सुनाते चले ।हमको तो तुम्हारा प्यार मिला, हम प्यार के गीत सुनाते चले ।</poem>
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