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उसकी हँसी / केदारनाथ अग्रवाल

No change in size, 17:16, 7 दिसम्बर 2010
दौड़ने, घूमने
और
चलने चरने लगा
दिगंत तक फैली वनस्पति को
रचनाकाल: ०९-०३-१९७५
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