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वृद्धा / विष्णुचन्द्र शर्मा

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मैट्रो के ड्राइवर ने सब रोक दी
सीट छोड़ी अपनी और दरवाज़ा खोलकर
वृद्धा का हाथ पकड़कर उतारा।
वृद्धा के एक हाथ में फूलों का गुलदस्ता है
दूसरे हाथ में बच्चे की गाड़ी।
यह पारी
मेरे भीतर बस गया है।