Last modified on 20 जून 2021, at 22:59

वे इतना कुछ लिख देते / पुरूषोत्तम व्यास

वे इतना कुछ लिख देते
मत पुछों
मैं दो लाईन की प्रेम-कविता
लिख कर
महान होना चाहता