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वोट कांग्रेस के देवांगे आपणै वो ऐ काम आवैगा / अमर सिंह छाछिया

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शराब पी रहा पव्वा मार (जवाब)
शराबी: वोट कांग्रेस के देवांगे आपणै वो ऐ काम आवैगा।
पत्नी: मैं बैठी हाथी पै जाऊंगी तूं खड़ा ए लखावैगा...टेक

शराबी: कहा मर्द का नाटै सै मत आग गात म्हं लाइऐ।
पत्नी: अत्याचार हो गरीबां पै इसी सरकार ना चाहिऐ।
शराबी: तेरै मारूं सोट लगै चोट तै न्यारी ना जाइये।
पत्नी: जुग पाटी पिटै सारै मत भका किसे के आइये।
शराबी: जाकै मोहर लाइऐ पंजे पै भला तेरा भी होवैगा।
पत्नी: इसकै मर्ज इसी ए बेठगी यो गसी ए खावैगा...।

शराबी: घर की पाट लोगां की हांसी ना वोट आया होगा।
पत्नी: या दुनियां तरक्की करगी तैं न्यूए ठोकर खावैगा।
शराबी: मोड़ बांध कै ल्याया ब्याह कै यो साथ निभावैगा।
पत्नी: दिल की प्यारी तेरी कांग्रेस तैं उसकै धोरै जावैगा।
शराबी: वा आगी तो मेरै भी जी सा ए आवैगा।
पत्नी: इसकै पसीना आवैगा जद हाथी सूंड यो लावैगा...।

शराबी: पहले आला हाल नहीं ढंग औरे दिखै सै।
पत्नी: करोड़ां की कीमत सै मानस की तैं पव्वे म्हं बिकै सै।
शराबी: धनी-बीर का हो सै प्यार तैं न्यारी ए खिचैं सै।
पत्नी: इसे सुहाग तै रांड भी आछी तैं छाती ए फुंकै सै।
शराबी: मैं जिन्दा ऐ दिया मार तनै और दिखै सै।
पत्नी: वो खड़ा ब.स.पा. दिखै सै मनै वो ऐ ले जावैगा...।

शराबी: मुंह तोड़ देवै जवाब तनै वकालत कर ली।
पत्नी: या जिन्दगी भर ना जीत सकै कांग्रेस जाल म्हं घिर ली
शराबी: इसकी कोए ना बिगाड़ सकै या सबकैं ए जंच ली
पत्नी: जिसकै ऊपर तैं कुदै था वा जिन्दी ए मर ली
शराबी: वा हट के फेर चढ़ै कोन्या जो चढ़कै नै पड़ ली
पत्नी: अमरसिंह छाछिया तेरा प्रचार इनका सफाया करैगा...।