सिर्फ़ यह जानने के लिए
गुमनामी में मरना ज़रूरी नहीं है मेरे दोस्त
कि तुम्हारी शनाख़्त के लिए कौन-कौन आता है...
तुम्हें यह भ्रम कैसे हो गया
कि इस नामवरी में लोग तुम्हें पहचानते हैं..!
सिर्फ़ यह जानने के लिए
गुमनामी में मरना ज़रूरी नहीं है मेरे दोस्त
कि तुम्हारी शनाख़्त के लिए कौन-कौन आता है...
तुम्हें यह भ्रम कैसे हो गया
कि इस नामवरी में लोग तुम्हें पहचानते हैं..!