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शब्दकोश / अर्सेनी तर्कोव्स्की
Kavita Kosh से
रूस के तने की मैं
छोटी-सी टहनी हूँ, हाड़-मांस हूँ,
धागों-जैसी, खून और हड्डियों-जैसी
जड़ों का अटूट सिलसिला
पहुँचता है जो मेरी हर पत्ती तक।
उच्चता की एक शक्ति होती है चुम्बकीय,
और मैं तभी एक अमर हूँ जब तक
मेरी नसों से बहता रहेगा खून-मेरे दु:ख और सुख -
भूमिगत स्रोतों के सब अक्षर।
सब जन्मों और सब मरणों के रक्त ने
प्रदान किया मुझे जीवन, मैं जिया ऐसे दिनों में
जब जनता की अनाम मेधा ने
तमाम चीजों और घटनाओं के मूक हाड़-मांस में
प्राण फूँकें, देकर उन्हें उनके नाम।
उसके शब्दकोश के सब खुले हैं पन्ने
बादलों से लेकर जमीन की गहराई तक
ताकि आकाश को विवेक की सिखा सकें भाषा
और गिरा सकें एक मात्र उस हरी, सुनहली
लाल, पीली पत्ती को कुएँ के भीतर