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शहर में साँप / 16 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
Kavita Kosh से
साँप ने कहलकै
आदमी के पास ऐत्ती जहर छै कि
सृष्टि भी नष्ट होय जैते
तइयो
आदमी के पास जहर बैच जैते।
अनुवाद:
साँप ने कहा
आदमी के पास इतना जहर है कि
सृष्टि भी नष्ट हो जायेगी
तो भी
आदमी के पास जहर बच जायेगा।