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शान्ति / लैंग्स्टन ह्यूज़ / अमर नदीम
Kavita Kosh से
हम गुज़रे उनकी क़ब्रों के पास से
वहाँ सिर्फ़ मुर्दे थे
विजयी या पराजित,
कोई फ़र्क नहीं पड़ता था उन्हें ।
उस अन्धेरे में
वे नहीं देख सकते थे
किसको हासिल हुई
जीत !
मूल अँग्रेज़ी से अनुवाद : अमर नदीम
—
लीजिए, अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Langston Hughes
Peace
We passed their graves:
The dead men there,
Winners or losers,
Did not care.
In the dark
They could not see
Who had gained
The victory.
Langston Hughes Saturday, March 27, 2010