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शारदीया / दिनेश कुमार शुक्ल
Kavita Kosh से
ज़रा हीके
और फीके
रंग वाले
क्वाँर के ये फूल
तिल
तरोई
उरद
परबा-घास के
शरद की गंभीर
गंगा से अधिक गंभीर
फीके रंग
वाले फूल
फूले काँस कुस.......
दीप्ति से खंजन-नयन की
हो रहा है भासमान
आस्मान
हो रहा है शरद की गंगा...