शिव जी हीरो बनोॅ हो-19 / अच्युतानन्द चौधरी 'लाल'
झूमर दादरा
झुकी झुकी कॅ करैछै सलाम, बलमुआ हमरोॅ नदान
नाचै छै गावै छै नंगड़ी डोलायछै, हमरे जपै छै जी नाम
बलमुआ हमरोॅ गुलाम।।
चम्पी करी कॅ सैयां हमरा जगाय छै
ॅटोॅ दै छै सांझ बिहान बलमुआ हमरोॅ गुलाम।।
सास ससुर बुढ़बा बुढ़िया सें खूबे करावैछी काम
बलमुआ हमरोॅ गुलाम।।
तुलसिदास भी अपना जवानी में बहुओॅ के छेलै गुलाम।। बलमुआ.।।
झूमर-दादरा
छिछरी नदिया केना कॅ भरबे पानी
गगरियो नै डूबैछै तनिये टा पानी
कादोॅ से किच्चड़ सें गंदा छै पानी
बताबोॅ ननदी केना कॅ पीभॅ पानी
जमुनिया के पार तोहें जइहोॅ हे भउजी
वहीं सें भउजी तोहें भरिहोॅ जी पानी
कौन रंग चोली जी कौन रंग चुनरी
पिन्ही कॅ ननदी हम्में भरबै हे पानी
लाली चुनरिया सबुज रंग चोलिया
पिन्ही कॅ भउजी तोंहें भरिहोॅ जी पानी
जमुना किनरवा छै रसिया छयलवा
फोड़ै छै गगरी हे गिरावै छै पानी।।