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शिशु की मृत्यु / नीलमणि फूकन / दिनकर कुमार

हमारे प्रथम शिशु की
मृत्यु के दिन
हम दोनों

आँसू बहाते हुए
सोच रहे थे

धरती के
तमाम लोगों को
बुलाकर एक ही जगह

अगर हम
साथ-साथ रह पाते ।

मूल असमिया से अनुवाद : दिनकर कुमार