श्री कृष्ण पास आ गये
आकार में समा गये
आधारहीन लोग जो
हैं राह वह दिखा गये
हैं मुश्किलें कहाँ नहीं
वो हैं हमें बता गये
हैं स्वप्न मिले नैन को
उम्मीद-सी जगा गये
आभार प्रेम-पंथ का
हैं श्याम रास आ गये
श्री कृष्ण पास आ गये
आकार में समा गये
आधारहीन लोग जो
हैं राह वह दिखा गये
हैं मुश्किलें कहाँ नहीं
वो हैं हमें बता गये
हैं स्वप्न मिले नैन को
उम्मीद-सी जगा गये
आभार प्रेम-पंथ का
हैं श्याम रास आ गये