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श्री गणेश / पं. प्रेमकिशोर 'पटाखा' / सदाबहार गीतकार बालस्वरूप राही
Kavita Kosh से
सदाबहार गीतकार श्रृंखला की कड़ी में डॉ. बालस्वरूप रही के सदाबहार गीतों की यह पुस्तक आपके हाथों में हैं।
आज इलेक्ट्रॉनिक युग ने पुस्तकें पढ़ने का चाव भले ही कम कर दिया है लेकिन गीतों का धारा में डुबो देने का एहसास पुस्तकें ही कराती है। यही सोचकर कल्पना प्रकाशन ने इस यात्रा को आगे बढ़ाया और हम अपने इस अभियान में सफल हैं। हमारा श्री गणेश ही शुभ मंगलमय है।
सदाबहार गीतकार की कड़ी के पहले गीतकार बालस्वरूप राही हैं जिनके सदाबहार गीतों की दुनिया में एक जाना पहचाना नाम है। उनके करोड़ों प्रशंसक हैं।
उनके गीत हैं जो आपको आपसे जोड़ते हैं, उनके गीत ही हैं जो अपने स्पर्श से महकती हवाओं का सुखद आभास कराते हैं। एक बार फिर आपसे साथ है- गीतकार डॉ. बालस्वरूप राही।