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संकल्प / भारत यायावर
Kavita Kosh से
असफलताओं के भीतर से
निखर कर निकलना ही
जीवन का सार है ।
महत्त्वपूर्ण बनने के लिए
अपनी कमियों को छुपाने की जगह
उन्हें पहचान कर
उन्हें दूर करने की
निरन्तर कोशिश करनी चाहिए ।
हार नहीं मानना,
असफलताओं से घबराकर
पलायनवादी नहीं बनना है,
यह संकल्प हमारे भीतर जगना चाहिए ।