भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सच्चा मारग दिखाबोॅ बाबा / रामधारी सिंह 'काव्यतीर्थ'

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

सच्चा मारग दिखाबोॅ बाबा
जीवन गुत्थी बताबोॅ बाबा

झूठ-प्रपंच सेॅ भरलोॅ जग छै
सही दिशा दरसाबोॅ बाबा
आडम्बर केॅ तोड़ि-फोड़ी केॅ
प्रेम सुधा बरसाबोॅ बाबा

लोभमोह के गांठ काटी केॅ
सन्त सुभाव दिखलाबोॅ बाबा।