भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

सत्ता / चेन्जेराई होव / राजेश चन्द्र

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

इस तरह पहन लेते हैं हम
सत्ता को :
सीटियों और बन्दूकों और बारूद के साथ

सुरक्षा सैनिक
जगमगाती रोशनियाँ
काँच की धुँधली खिड़कियाँ
क़तारें मोटरगाड़ियों की
खि़ताबें, पदवियाँ
कम से कम हाथ मिलाना
कम से कम मुस्कुराना
कम से कम सन्ताप

हम पहन लिया करते हैं सत्ता को
बिल्कुल महामारी की तरह

अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र

अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए

         Chenjerai Hove
                POWER

this is how we dress
power:
with whistles and muskets and gunpowder
from outriders
flashing lights
smoked glass windows
motorcades
titles
minus handshakes
minus smiles
minus sorrow.
we dress power
like a pestilence.