आज़ादी से पहले लिखी गई कविता
अब हम सत्याग्रह करबो
कसो कसौटी–मा अउ देखो
हम्मन खरा उतरबो
अब हम सत्याग्रह करबो ।
जा–जा के कलार भट्टी–मा
हम मन धरना धरबो
‘बेंच झन शराब’–कहिबो अउ
पाँव उँकर हम परबो ।
अब हम सत्याग्रह करबो...
जंगल अउर नून के कानून
घलो तोड़ के धरबो
चाहे लाठी-डण्डा बरसे
मरबो तब्भे टरबो ।
अब हम सत्याग्रह करबो....
जाबो जेल देश-खातिर अब-
हम्मन जीबो-मरबो
बात मानबो बापू के तब्भे
हम सब झन तरबो ।
अब हम सत्याग्रह करबो....